CITS ( Crafts Instructor Training Scheme)
इस Notes की मदद से आप अगर Cits का Course कर रहे है तो ये आप Pot (Principal Of Teaching) जिसका दूसरा नाम TM (Training Methodology) है इस विषय मे आप अच्छे नंबर प्राप्त कर सकते है |
इस Notes को पढ़ने के बाद आप आसानी से Objective Qustions को बना सकते है साथ ही साथ आप Training Methodology या Pot (Principal Of Teaching) के Formative Assessment / Sessionl Mark के लिए Assignment लिख कर अच्छे नंबर प्राप्त कर सकते है |
Principal Of Teaching
POT LECTURE -3
Instructor (अनुदेशक)
अनुदेशक के द्वारा अच्छे प्रशिक्षार्थी तैयार किया जाता है तथा प्रशिक्षार्थी का मार्गदर्शन किया जाता है।
अर्थात जिस के द्वारा अच्छे प्रशिक्षार्थी तैयार किया जाता है तथा उनका मार्गदर्शर किया जाता है , उन्हें अनुदेशक कहते है ।
अच्छे अनुदेशक जिम्मेदारी
स्वस्थ ठीक होने चाहिए
सहयोगियों से मित्रतापूर्वक व्यवहार होना चाहिए
पहनाव अच्छा होना चाहिए ,हँसी का पात्र नहीं होना चाहिए।
व्यवसाय की गरिमा बनाये रखना चाहिए
प्रशिक्षार्थी से सामान व्यवहार
नविन तकनीक की जानकारी होनी चाहिए।
समय का पाबंद होना चाहिए।
Comment Defects in Instructor
किन किन कारणों से प्रशिक्षार्थी अनुदेशक से अच्छे से सिख नहीं पता है।
साधन संपन्नता की कमी (Resourcefulness)
सहायता की इच्छा होना(Desired to be Helpful)
व्यक्तित्व (Personality)
परिधान (Dress)
आवाज (Voice)
शिक्षा (Education)
धैर्य (Patience)
आत्मविश्वास (Confidence )
उत्साह (Enthusiast)
Learner
जो ज्ञान को प्राप्त करता है उसे Learner कहते है ।
Learner के प्रकार ( Type of Learner )
Visual Learners
Auditory Learners
Analytic Learners
Kinesthetic Learners
Visual Learners
ऐसे Learner जो अपनी आँखों की मदद से देख कर सीखते है या ज्ञान प्राप्त करते है , उन्हें Visual Learner कहते है ।
वीडियो देखकर
फ्लैशकार्ड देखकर
चार्ट देखकर
कार्टून देखकर
Auditory Learners
वैसे Learner जो अपनी कान की सहायता से सुन कर सीखते है या ज्ञान प्राप्त करते है उन्हें Auditory Learners कहते है ।
कहानी सुनकर
मौखिक अनुदेश से
मौखिक कार्य में भाग ले कर
कविता तथा संगीत सुनकर
Learning
Learnar द्वारा ज्ञान को प्राप्त करने की क्रिया को Learning या सीखना या अधिगम कहते है ।
Process of Learning
आकस्मिक सीखना (Incidental Learning)
Learner बिना प्रयास के बिना ही सीखता है , वह अच्छे व बुरे , उपयोगी व अनुपयोगी सब कुछ सिख या ज्ञान अर्जित कर लेता है , तो उसे आकस्मिक सीखना कहते है। यह सिखने की अच्छी विधि नहीं है।
प्रयास पूर्ण सीखना
Learner सिखने के लिए प्रयत्न करता है , विशेष उद्देश्य के लिए सीखता है और विशेष मार्गदर्शन से सीखता है , तो उसे प्रयास पूर्ण सीखना कहते है ।
सिखने या अधिगम का नियम (Laws of Learning)
Law of Readiness (तैयारी या तत्परता का नियम)
Law of Purpose (उद्देश्य का नियम)
Law of Association (साहचर्य का नियम)
Law of Singularity (एकाकी का नियम)
Law of Impact or Impression (प्रभाव का नियम)
Law of Recancy (नयापन का नियम)
Law of Exercise (अभ्यास / अनुभव ला नियम )
Law of Satisfaction (संतोष का नियम)
By- sudhir kumar
nice
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